[pdf-embedder url=”http://janfariyadnews.com/wp-content/uploads/2024/01/7-jan-fariyad.pdf” title=”7 jan fariyad”] NG-77-7-1-24 pdf NG-78-8-1-24-pdf
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चारो शंकराचार्य पीठाधीश्वर कहते हे की पौष माह गृह प्रवेश के लिए अशुभ हे, तो फिर भगवान राम चंद्रजी को इतना जल्दी बिठाने की क्या जरूरत हे? चारो पीठ के कोई भी शंकराचार्य में से कोईभी सनातन धर्म के सर्वोच्च धर्मगुरु अयोध्या नही जायेंगे। ये क्या सनातन धर्म का अपमान नही हे?
राम जन्म प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में अयोध्या राम मंदिर के ऊपर हमला करने वाले अंसारी जाएंगे मगर आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी नहीं जाएगा और भारतवर्ष के सनातन धर्म के सर्वोच्च धर्म गुरु चार पीठों के शंकराचार्य को कोई निमंत्रण नहीं, यह कि शैतान के भेज की साजिश है जो सनातन धर्म को सदैव नष्ट करने की दिशा में ले जा रहा है और एशिया की सबसे बड़ी मस्जिद भी अयोध्या में बनाने जा रहा है, भारतवर्ष के सनातनी सच्चे धर्म गुरु पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर और शंकराचार्य के मन में यह अयोध्या प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव जो बिना मुहूर्त होने जा रहा है जिनके लिए गहरा संदेश साबित हो सकता है जो भावी पेढ़ीको यह महा पाप भविष्य में भुगतना पड़ेगा।
आज खुद सनातन धर्म के सर्वोच्च धर्म गुरुओं अपनी बातों में कह रहे हे की एशियाकी सबसे बड़ी मस्जिद अयोध्यामे बनाने के राजकीय सौदेबाजी में यह राजकीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का मूहर्त निकाला गया हे जो लोकसभा चुनाव से पहिले होने जा रहा हे जिसमे मुस्लिम गुनहगारों को निमंत्रित किया गया हे और सनातन धर्म के सर्वोच्च शंकराचार्य जी और महामंडलेश्वरो को बाकत किया गया हे,ये राजकीय साजिश करके अपनी सत्ता बरकरार कायमी करने का महापाप यह शासक सरकार को महंगा पड़ेगा और जो भी राजकीय सामाजिक,धार्मिक संगठन ऐसे नकली मूहर्त में हो रहे प्राण प्रतिष्ठा में भाग लेंगे उनको भी बहुत भारी पड़ेगा और सनातनी सच्चे हिंदुओ को भविष्य में खतरा साबित होगा ऐसी ललकार चारो पीठ के शंकराचार्य जी के मुंह से आग बबूला की तरह निकल रही हे।में ऐसी सियासत और राम मंदिर ट्रस्ट का विरोध करके सभी देश विदेश के ब्रह्म। संगठनों को भी अयोध्या नही जाने का आवाहन करता हु।और ऐसे दुसाहश करने वालो को किसिभी ब्रह्म संगठन को साथ नही देना चाइए ऐसी मेरे ब्रह्म बंधुओ को पुकार कर रहा हु। प्रदीप रावल,अध्यक्ष : श्री सनातन धर्म रक्षक राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय समिति,गांधीनगर,गुजरात
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*લોકોને મંદિરની પાછળ ઘેલાં કરી મૂકનારનો ઈરાદો શું છે?*
દેશના લોકોને પોતાની અંગત ધાર્મિક માન્યતા કે ઈશ્વરમાં આસ્થા હોય, તે પ્રમાણે જીવન જીવવાની સ્વતંત્રતા ભારતના બંધારણે બક્ષેલી જ છે; પરંતુ વડાપ્રધાન એવું દેખાડવા સતત કોશિશ કરે છે કે “હું છું તો મંદિર બને છે ! હું છું તો મંદિરોના રીનોવેશન થાય છે ! હું છું તો હિન્દુઓ જીવી શકે છે ! હું છું તો હિન્દુઓ સલામત છે !”
અયોધ્યામાં જ્યાં રામ રમ્યા હતા ત્યાં ગુલેલા મંદિર છે. જ્યાં તેમણે અભ્યાસ કર્યો ત્યાં વશિષ્ઠ મંદિર છે. જ્યાં બેસીને રાજ કર્યું ત્યાં મંદિર છે. જ્યાં તેમણે ભોજન લીધું, ત્યાં સીતા રસોઇ છે. જ્યાં ભરત રોકાયા હતા ત્યાં મંદિર છે. હનુમાન મંદિર, કોપ ભવન છે. સુમિત્રા મંદિર, દશરથ ભવન છે. આ બધા મંદિરો લગભગ 400 થી 500 વર્ષ જૂના છે. સવાલ એ છે કે જ્યારે હિન્દુસ્તાનમાં મુઘલોનું-મુસ્લિમોનું શાસન હતું, ત્યારે આ મંદિરો કઈ રીતે બંધાયા હશે?
શું લોકો એ જાણતા નથી કે રામમંદિર લોકોના પૈસાથી બની રહ્યું છે? સુપ્રિમકોર્ટના ચૂકાદાના કારણે બની રહ્યું છે? ટ્રસ્ટ તેની સંભાળ રાખે છે.
રાજાશાહી વખતથી ગામે ગામ રામંમદિર છે. આપણે મંદિરનો આદર કરતા હતા પરંતુ ક્યારેય રામમંદિર પાછળ ઘેલાં થયા ન હતા. 2014થી 2024 સુધી બેરોજગારી/મોંઘવારી ઓછી કરવાને બદલે લોકોને મંદિરની પાછળ ઘેલાં કરી મૂકનારનો ઈરાદો શું છે? સત્તા માટે ‘દંભી રામભક્તિ’ને નાગરિકોએ ઓળખવાની જરુર છે. લોકોએ વિચારવું જોઈએ કે પોતાના કુટુંબના સભ્યને તાત્કાલિક પગમાં ફેક્ચર થયું હોય તો ક્યાં લઈ જશો? દવાખાને કે મંદિરે? પોતાના સંતાનને સારી નોકરી/ જોબ મળે તે માટે બાળકોને ક્યાં લઈ જશો? નિશાળે કે મંદિરમાં?
દેશને બરબાદ કરીને, વડાપ્રધાન તો ગમે ત્યારે પોતાનો ઝોલો લઈને ભાગી જશે ! લોકોએ વિચારવાનું છે કે આપણા લોહી પરસેવાથી સિંચીને મોટી થતી આવતી કાલની પેઢીની ચિંતા કરવાની છે કે નહીં?
આ રામભક્તની સલામતી પાછળ રોજના 6 કરોડ રૂપિયા લોકોના કરવેરામાંથી ખર્ચાય છે ! છેલ્લા 5 વરસમાં, કેન્દ્ર સરકારના ખાતા જેવા કે રેલવે, નાણાં ,આરોગ્ય, ઉધોગ વગેરે કુલ 76 ડિપાર્ટમેન્ટમાંથી 25000 કરોડ રુપિયા રામભક્તને ‘અવતારી’ બતાવવા તેમના ફોટા/જાહેરાત પાછળ ખર્ચાયા છે !
આપણા વડાપ્રધાન પોતે ‘પ્રિમિયમ રામભક્ત’ હોય તેવો દેખાડો કરે છે; પરંતુ જશોદાબેનને પૂછો કે દિલ્હીમાં બિરાજમાન પતિના મહેલનું સરનામું તેમને ખબર છે? શું દેશના મોટા મંદિરો મોટી બેન્કો છે? જ્યાં SC/ST/OBC સમુદાયના લોકો દાન આપે છે અને તે નાણાંનો ઉપયોગ પૂજારીઓ અને તેમના મળતિયાઓ કરે છે?rs [સૌજન્ય : બિપિન શ્રોફ, USA]
*તટસ્થ લખનાર બોલનાર આ જગતમાં આંખે થાય છે…….જૂઠ બોલનાર પૂજાય છે….કરજવાન ભારત દેશની વર્તમાન સ્થિતિ છે વરવી….. ઝાકળજમાળ ના જમાના માં પ્રજા લૂંટાઈ છે અને બદમાશોની થાય છે વાહવાહ…..ખાલી દેશની તીજોરી ધમધમ વાગે છે….બહાર પોલંપોલ*
*રામ માટે રામાયણ કે ધર્મનાં નામે ભાવુક બનાવવાં લોકસભા ચૂંટણી પ્રચાર. રાજકારણ ધર્મનું રક્ષણ કરતાં કરતાં ભાજપે ધર્મને જ રાજકારણ, રાજકીય અખાડો બનાવી નાંખ્યો.*
https://youtu.be/l58wLZ-4Vic?si=T-sEIB6r8AItwk6p
विश्व के फलक पर सनातन धर्म के सर्वोच्च धर्मगुरु देश के चारो पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य कहलाते हे जो शास्त्रानुसार कोई भी हिंदू धर्म के वेद,उपनिषद, पुराणों अनुसार सनातन धर्म की रक्षा की सीख सनातनी लोगो को देते हे। भारतीय जनता पार्टी जबसे सत्ता में बैठी ही तबसे सिर्फ वोट बैंक की राजनीति खेलने के लिए सच्चे सनातन धर्म के संगठन ,साधु,संतो का अपमान किया जा रहा हे। सिर्फ भजापा की सत्ता बरकरार रखने के लिए नकली धर्माचार्यों को बढ़ावा दिया जा रहा हे और सनातन धर्म के धर्मगुरुओं को एक साइड किया जा रहा हे। 200 साल से अस्तित्व में आए स्वामीनारायण संप्रदाय को शशक सरकार सिर्फ वैभवी सुखों के लिए और वोट बैंक की राजनीति इनके बनाते साधु संतो और हरिभक्त लोगो को लेकर की जा रही हे और ऐसे नकली स्वामीनारायण संप्रदाय में सिर्फ सभी हिंदू लोगो को अपने संप्रदाय में लानेके लिए हिंदू देवी देवताओं की मूर्तियां अपने संप्रदाय में बिठाई जा रही हे जिनकी शास्त्रोक्त कोई पूजा पाठ संप्रदाय वाले करते नही हे और अपनी नकली धर्म सभाओं में हिंदू देवी देवताओं को अपने संप्रदाय के संतो से नीचा दिखानेकी चेष्टा करते हे और उन्होंने अपने कही नकली शास्त्र वैद, पुराणों से छेड़छाड़ करके धर्म प्रेमी जनतको गुमराह करने प्रिंट करवाकर नकली, मनघड़त स्टोरी बनाके नकली साहित्य बाटना शुरू किया हे।
200 साल में ये नकली स्वामीनारायण संप्रदाय में करोड़ों अबजो रुपए3 के करीबन 1500 से ज्यादा मंदर बनाए गए हे,ये इतना पेसा इनकी पास कहासे आए और सरकार ने भी कही जमीन उनको मुफ्त के भाव में देकर उनकी साथ राजनीति का सौदा किया हे।
मोदीजी खुद ये संप्रदाय के प्रमुखस्वामी के बारे में कहा ही की मैने अपना बाप खोया है। ये संप्रदाय में कही बार भ्रष्टाचार।बलात्कार, खून,यौन शौषण, श्रुष्टि विरुद्ध के गुनाह उनके संतो के हाथो हुवे ही जिनके की दफ्तर में आज भी मौजूद हे। ये नकली संप्रदाय को भाजपा अपने फायदे के लिए हिंदू धर्म के सबसे बड़े प्रचारक कहलाती हे जो सनातन धर्म का अपमान हे। कही उद्योगपतियों ने अपने फायदे के लिए आर्थिक व्यवहार करनेके लिए ये संप्रदाय के ट्रस्ट का बुरा इस्तमाल किया हे जो जग जाहिर हे, कही इनके बुरे कारनामे के न्यायिक जांच ,कोर्ट में केस आज भी चल रहे हे।
राम जन्मभूमि ट्रस्ट और भारतीय जनता पार्टी की शासन सरकारों ने चारों पीठ के शंकराचार्य जी को राम जन्मभूमि शिलान्यास प्रतिष्ठा महोत्सव में मुहूर्त निकालने में विश्वास में लिया नहीं है और ऐसे शंकराचार्य जी का घोर अपमान किया है। चारों पीठ के शंकराचार्य जी आज अपने भाषण में खुले आम का रहे हैं की पोષ महीने में किसी घर का प्रवेश निषेध है और ऐसा कोई मुहूर्त नहीं है तो राम लाला को ऐसे मूहर्त में बिठाना किसकी साजिश है। यह सब कुछ लोकसभा के चुनाव से पहले आचार संहिता लागू करने से पहले अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव सिर्फ वोट बैंक की राजनीति की वजह से मोदी जी और यह राम जन्मभूमि ट्रस्ट दोनों मिली जुली में यह नकली मूहर्त में प्राण प्रतिष्ठा करने जा रहे हैं। जो सनातन धर्म शास्त्रों के खिलाफ है और उनको आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद भी सिर्फ अपनी भाजपा की सत्ता लानेके लिए उनकी साथ खड़े हे। पहिले भी ऐसी ही राजकीय गंदी राजनीति करके कही कारसेवकों और कही संतो महात्माओं ने अपने प्राण की आहुति भी दी है।
सनातन धर्म प्रेमी जनता को अब जागना चाइए,यह हिंदू शासन लाने की बात करती सरकार सनातन धर्म का बार बार अपमान करती आ रही हे,देश के सर्वोच्च सनातन धर्मगुरु रूपी शंकराचार्य जी का अपमान कोई साधारण बता नही हे l भाजपा पूरी तरह से धर्म में राजकीय दखल अंदाज करके सनातन धर्म का अपमान कर रही हे और सिर्फ वोटबेंक की राजनीति की वजह से नकली धर्म के संप्रदाय को बढ़ावा दे रही हे। मोदीजी की यह मनमानी देश की सनातनी धर्म प्रेमी जनता को भविष्य में बहुत महंगी साबित हो शक्ति हे,जब जब सनातन धर्म का और चारो शंकरचार्य पीठ का अपमान हुवा ही वहा वहा कोई न कोई आपत्ति सनातनी लोगो को सहन करनी पड़ी हे।भाजपा का ये धर्म में राजनीति दाखिल करके धर्म स्थानों में राजकीय अखाडे बनाने की साजिश बहुत महंगी साबित होगी और इनका महापाप रूपी फल सबको भुगतने की बारी आएंगी।
जगद्गुरु शंकराचार्य जी का यह भी कहना हे की जहा पर एशिया की सबसे बड़ी मुसलमान की मस्जिद बनने जा रही हे वहा पर हम कभी नही जा सकते,यह एक लघुमति से सौदा किया huva नजर आता है और उनको सामने यह राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा करने जा रहे हे जिनके हम कभी हिस्सा नहीं बन सकते।
श्री सनातन धर्म रक्षक राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय समिति के अध्यक्ष के नाते में प्रदीप रावल ऐसे जगद्गुरु शंकराचार्य जी का अपमान होते हुवे नही देख सकता और सनातन धर्म के सर्वोच्च धर्मगुरु का ऐसा अपमान देश के प्रधानमंत्री के द्वारा हुवे वो कभी बर्दास्त नही कर सकता इसीलिए में अपने संगठन के लोगो की साथ रहकर विरोध प्रदर्शित करता हु।
अखिल भारतीय ब्रह्म समाज एवम गुजरात ब्रह्म समाज के प्रचारक के नाते में देश विदेश के सभी ब्रह्म समाज के बंधुओ,संगठन के पदाधिकारियों और ब्रह्म समाज के उत्तरदायित्व निभा रहे सभी साधु।संत,धर्माधिकारी,कथाकारों,धर्म स्थान के धर्मगुरुओं को भी अनुरोध करता हु के अपना ईस्ट देव देवाधिदेव महादेव हे और सबसे ज्यादा चाटो पीठ के शंकराचार्य जी को मानना अपनी अहम जिम्मेवारी हे,जहा अपने सनातन धर्मगुरुओं का अपमान हो रहा हो वहा किसीभी ब्रह्मण को जाना नही चाय3 वर्ण ये बहुत बड़ा महापाप होगा।
खेर,राजनीतिक ब्रह्म समाज के घरेलू ट्रस्ट के पदाधिकारियों और ट्रस्ट के लोगो जो भाजपा से जुड़े हे वो मोदीजी की खुसामत करने के लिए अपने फायदे को ध्यानमे लेकर ऐसे नकली मूहर्त में हो रही प्राण प्रतिष्ठा का हिस्सा बनकर महा ब्रह्म पाप करेंगे जो बारसोसे समाज का सामाजिक पाप राजकीय दखल अंदाजी करके करते आ रहे हे,ऐसे लोगो को सनातनी ब्रह्म समाज के लोगो को दूर रहें की में बिनती करता हु।
प्रदीप रावल, अध्यक्ष
श्री सनातन धर्म रक्षक राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय समिति
गांधीनगर,गुजरात,भारत मोबाइल(9824653073)
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