दिवाली के अवसर पर और नए साल आने वाला है तभी सभी हमारे प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के दर्शकों विज्ञापन दाताओं और सहयोगी देश-विदेश के हमारे परिवार के लोगों को नए साल की शुभकामनाएं।
श्री सनातन धर्म रक्षक राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय समिति की ओर से हमारे देश विदेश के सदस्य और पदाधिकारी परिवारों को नए साल की शुभकामनाओं देते हुए यह जानकारी देनी है कि हिंदू शास्त्र के मुताबिक सनातन धर्म की रक्षा करें आने वाली वीडियो को सनातन धर्म शास्त्र संस्कृति के बारे में नए साल में अपने को जितना वक्त मिले वह समय में सभी कोई इकट्ठा करके कुछ ज्ञान दे और देश-विदेश और हिंदुस्तान में अपने हिंदू देवी देवताओं के स्थान में नए साल में जाकर सब की बीच इकट्ठा होके सनातन धर्म संस्कृति को कायम रखने के लिए अपने विचार व्यक्त करें और अपना कर्तव्य निभाएं।
इस साल जो भी संप्रदाय ने सनातन धर्म के हिंदू देवी देवताओं का जाने अनजाने में जो भी अपमानजनक भाषण अपनी संप्रदाय की सभाओं की अंदर दिया है उनको आज नहीं और कभी भी बक्शा जायेगा नहीं और अभी देश में हिंदुत्व के शासन की पार्टी का राज्य चल रहा है और जब राम राज्य स्थापित दिशा की ओर देश आगे बढ़ रहा है तभी हमें बड़ा बनने की जगह सहयोग करने का सोच और अपने हिंदू देवी देवताओं के अपमानजनक स्थिति जो भी संप्रदाय के स्वामियों ने की है वह संप्रदाय को समझाएं और आगे भर ऐसी हरकतें ना हो उसका ध्यान रहे यह बात इनका ध्यान में दिलानी वह हमारी संस्था का एक कर्तव्य है और हम यह निभाते आ रहे हैं।
बड़े दुर्भाग्य की बात तो यह है की सनातन हिंदू धर्म को नुकसान करने वाले जो भी दूसरे संप्रदाय के लोग हैं वह अपने गुरुओं को भगवान और सर्वोपरि आने वाली वीडियो क्यों दिखाकर सनातन धर्म संस्कृति का नाश कर ली है लेकिन किंतु हिंदू देवी देवताओं के देश-विदेश में बसे मंदिरों में पूजा पाठ करने वाले पुजारी और सभी हरि भक्तों सभी आस्था वाले लोगों के ऊपर भगवान का आशीर्वाद है और 12 ज्योतिर्लिंग हमारे देश की शक्ति पीठ 51 और देवी देवताओं के बेस धर्म स्थान यही हमारे धर्म की पहुंची है और हमारे भारत देश के महामंडलेश्वर शंकराचार्य जी जो हमारे आदिवासी देव महादेव की परंपरा को अपनी बीच कायम रखने के लिए अपना कर्तव्य निभाते हैं और आजकल शंकराचार्य जी खुद बस्तियों के बीच में जाकर सही सनातन धर्म संस्कृति का प्रचार करते हैं और हमें उनकी यह सीख माननी चाहिए।
अधिकतम में देश-विदेश में बसे ब्रह्म समाज के संगठनों को भी अगवा करना चाहता हु की सबसे बड़ी जिम्मेवारी हमारी सर्व समाज के मार्ग दर्शक के नाते बनती ही की समाज की सनातन धर्म संस्कृति को परंपरागत कायम रखने में अपना योगदान दे,आजकल कही समाज के संगठन अपने पदाधिकारी के निजी स्वार्थ के कारण शासक राजकीय पक्ष के हाथो बिक गए नजर आते हे,और सामाजिक कोई भी कार्यक्रम राजकीय प्रेरित करते नजर आते हे और बिन सामाजिक राजनेताओं की फोटो और नाम सामाजिक संगठन के विज्ञापन में दिखाकर ब्रह्म समाज का महापाप अपने निजी स्वार्थ की खातिर कर रहे हे। राजनेताओं की आगे पीछे घूमने वाले ऐसे संगठन के ट्रस्टी के जरिए सामाजिक बहुत बड़ा नुकसान करते नजर आते हे,
यज्ञोपवित संस्कार जो परिवार और समाज के श्रेस्थिओ के बीच de जानेवाली संस्कृति को ऐसे ब्रह्म समाज के संगठन के राजकीय सामाजिक पाद्धिकारिओ आजकल यगोपवित जिस सामाजिक ब्रह्म नई पेढ़ी का कार्यक्रम बिन हिंदू स्वमैनारायण संप्रदाय में करते हे,सिर्फ जगह और खाना का खर्च संगठन को करना ना पड़े और आयोजको को राजनेताओं के साथ प्रसिद्धि हो और जो ब्रह्म समाज के लोग नही हे उन लोगों के बीच में अपने परिवार के बच्चों को यज्ञोपवित देना ब्रह्म संस्कृति के खिलाफ हे,और गैर ब्रह्म समाज के लोगो का आशीर्वाद भेट समाज के बटुको को दिलाना भी ब्रह्म संस्कृति का बड़ा पाप हे। इसे लोग राजकीय सामाजिक संगठन बनाकर ब्रह्म समाज का बाद नुकसान कर रहे हे। बरसोसे ब्रह्म समाज का कार्यक्रम लग्न समूह और यज्ञोपवित ब्रह्म समाज की वाड़ी या धर्म स्थान के मैदान में समाज के लोगो के बीच करनेकी परंपरा हे जो आज ऐसे अपने बाप की पेढ़ी समझकर ब्रह्म समाज को गुमराह करते नजर आ रहे हे ऐसा समस्त ब्रह्म समाज के नाम कलंकित संगठन और इनके बनाते ट्रस्ट पदाधिकारी ओ का में विरोध करता हु जो स्वामी नारायण संप्रदाय जैसे हिंदू देवी देवताका अपमान करने वाले लोगोको राजकीय इशारे के ऊपर बढ़ावा देकर ब्रह्म समाज को निजी स्वार्थ की खातिर नुकसान कर रहे हे। जिनका आने वाले वक्त में जोरशोर से विरोध करके ब्रह्म समाज की इज्जत और सनातन संस्कृति की इज्जत बचाने किया जाएगा।
अध्यक्ष : प्रदीप रावल
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