सिर्फ दिल्ली विधान सभा में आप,भाजपा,कोंग्रेस सभी तीन पार्टियों ने सिर्फ सत्ता की खातिर वोट बैंक का राजकीय सट्टा खेलने की वजह शाहीन बाग का आंदोलन जान बीज के वोट की खिचतान में बंध नहीं करवाया ओर सभी ने पैसा बाटा ।ll दिल्ली की कानून व्यवस्था केंद्र सरकार के हाथो में है।
अमित शाह ने आज जैसे जाफराबाद से आंदोलन करियो को मिलिट्री फोर्स से हटाया ,ऐसे शाहीन बाग को भी हटा सकते थे,। दिल्ली में कही इलाकों में करोड़ों का नुक़सान हुआ है । १५० से ज्यादा हिन्दुओं कि घर की बाहर पार्क की गई गाडियां जली है ओर १००० से ज्यादा स्कूटर, बाइक ओर हाथ लारिया रेकड़ी जल के खाक हो गई है,,५६ पुलिस कर्मी घायल है ओर ११ लोगो की जान चली गई है। जिसमे एक पत्रकार को गोली लगी है ओर डिसीपी अमित शर्मा की मौत का अभीअभी पता चला है ओर कॉन्स्टेबल रतनलाल को तो सब ने इकट्ठे होके कूट कूट के मार डाला ऐसा अभी मीडिया के इंटरव्यू में जनता का कोई आदमी बाटा रहा था।
केंद्र सरकार को सिर्फ चुनाव ओर ट्रंप की यात्रा के दरमियान जो ठोस कदम उठाने चाइए वो नहीं उठाए ओर दिल्ली की जनता को बहुत नुक़सान सहन करना पड़ा।
मोदीजी की जहरीली अहमी वृत्त्ती के कारण अमरीका कि फर्स्ट लेडी मेलोनिया ने सरकार की स्कूल की विजिट किया ,जो केजरीवाल सरकार का सफल स्कूल प्रोजेक्ट की एक स्कूल जो विश्व विख्यात हो गई।।मोदीजी ने केजरीवाल को भी ट्रंप ओर मेलोनीया से मिलने भी नहीं दिया ओर केजरीवाल को ट्वीट करके मेलॉनिया को बधाई देने पड़ी। में गुजराती मीडिया कर्मी के नाते कहेता हंकी मोदीजी की नस नस में सत्ता का भूत सवार हो चुका है ओर कभी कभी जहरीली कूट राजनीति इस्तमाल करके कही जाने उनकी वजह से गई है,गुजरात ने भी मोदीजी का त्रास १२ साल सहन किया है ओर आज भी उनकी वजह से हमारी गुजरात सरकार ढाही लाख करोड़ के कर्ज से गुजराती है।
अभिभी राजनीति को साइड में करके दिल्ली में शांति बनाए रखने में मोदी,शाह को केजरीवाल सरकार को अपनी जिम्मेवारी समजके साथ देना चाइए।