तैयारी जीत की…🤔🤔🤔😲😲😲
एक तरफ रक्षामंत्री, दूसरी तरफ गृहमंत्री…बीच में परधान! ….और लाल घेरे में बैठा ये शख्स, देश का स्वास्थ्यमंत्री है!
गंभीरता का अंदाजा आप इसी से लगाइए!
नोटबंदी की तरह लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है! सरकारी मुलाजिम या तो सरकार की बात समझ नहीं पा रहे ….या समझना नहीं चाहते! दोनों संभावनाएं बराबर हैं!
देशभर से तमाम वीडियो आ रहे हैं! हर तरफ लाठियां चल रही हैं…उम्र, लिंग, ओहदा…कोई मायने नहीं रख रहा!
लेकिन टेस्टिंग किट, एम्बुलेन्स, डॉक्टर किसी चौराहे पर नहीं है! हैं तो सिर्फ पुलिसवाले… लाठी और लाउडस्पीकर के साथ!
ऐसे लड़ेंगे हम कोरोना से?
सब जानते हैं हमारे पास संसाधनों की कमी है! एयरपोर्ट पर मुट्ठीभर लोगों को रोककर उनकी जाँच करवा ली गयी होती तो आज 130 करोड़ लोग नजरबंद होने से बच गए होते!
क्योंकि लगभग सभी राज्यों की राजधानियों में एयरपोर्ट हैं और वहां की स्वास्थ्य सुविधाएं भी बेहतर हैं…. बनिस्पत सुदूर देहातों के!
चूँकि अधिकांश लोग रसूख वाले थे…तो बाप का राज समझकर ऐसे ही घर आकर बैठ गए! अब पूरा देश खामियाजा भुगत रहा है!
एक तो करेला! ऊपर से नीम चढ़ा!
देश में मरीजों की संख्या बढ़ रही थी! फिर आप आये, थाली वाला आईडिया लेकर! आपके पंटरों ने “समस्या को समारोह” बना दिया!
महामारी अब फैलती ही जा रही है!
कल आप फिर आये! बिना तैयारी के लॉक डाउन की घोषणा कर दी!
घोषणा के 10 मिनट बाद आपकी सलाह को लोगों ने “लेवेंडर के दक्खिन” रख दिया और लगे खरीदारी करने!
क्योंकि वे आपकी कार्यशैली जानते हैं! वे ये भी जानते हैं कि नोटबंदी की लाइनों में सैकड़ों लोग मर गए थे!
…और कोरोना से अब तक सिर्फ 10?
काश! कोई चमत्कार हो, जिससे मृतकों की संख्या इतनी ही रह जाये! काश…
…और हाँ! अगली बार पाकिस्तान पर हमले से संबंधित ऐसी कोई मीटिंग करना तो रक्षामंत्री को कोने में भेज देना और कृषिमंत्री को बगल में बिठा लेना!