लगाओ धारा 356, भंग करो दिल्ली विधानसभा और केजरीवाल को गिरफ्तार करो…
दिल्ली के दंगे का सच, उसका चेहरा, उसका चरित्र और उसके मास्टर माइंड को जानना, पहचानना, समझना हो तो उस शिव विहार की व्यथा कथा देखिए सुनिए जहां घुसने की हिम्मत कल रात तक कोई न्यूज चैनल नहीं कर सका है. केवल एक पत्रकार ने यह साहस संजोया और अपने कैमरामैन के साथ मिनी पाकिस्तान बन चुके उस इलाके में घुसकर दिल्ली के दंगे के सच की उन जड़ों को जमकर खोद डाला जिन जड़ों के पास जाने की हिम्मत अभी तक कोई पत्रकार नहीं कर सका है.
यह साहस दिखाया है Capital tv नाम से अपना यूट्यूब चैनल चलाने वाले डॉक्टर मनीष कुमार ने.
अपने यूट्यूब चैनल पर कल उनके द्वारा 3 किस्तों में पोस्ट की गई रिपोर्ट बताती है कि शिव विहार में दिल्ली के दंगे के सबसे भयावह साम्प्रदायिक चेहरे तथा सबसे खतरनाक साम्प्रदायिक लुटेरे चरित्र का वो जानलेवा कहर शिव विहार के हिन्दूओं ने लगातार 3 दिनों तक भोगा है जिससे देश और दुनिया अभीतक अनजान है. उनकी रिपोर्ट यह बताती है कि किस तरह
एक ही रंग (नीले) के बिल्कुल नए 20,000 हेलमेट पहन कर 20-25 हजार मुसलामान गुंडों की भीड़ ने शिव विहार में डेढ़-दो किलोमीटर लम्बी मुख्य सड़क पर कब्जा किया और पहले से चिन्हित मुसलमानों की दुकानों को छोड़कर उस बाजार में स्थित सारी दुकानों को जलाकर राख कर दिया. सोने चांदी की दुकानों को पूरी तरह लूटने के बाद जलाकर राख किया.
उनकी रिपोर्ट यह भी दिखाती है कि AAP नेता ताहिर हुसैन की छत पर पत्थरों पेट्रोल बमों और तेजाब के जखीरे से ज्यादा बड़ा और सुनियोजित भंडार शिव विहार स्थित AAP के एक अन्य मुसलमान नेता के स्कूल की छत पर था और उस जखीरे को दागने चलाने के लिए 4-5 सौ मीटर तक पत्थरों पेट्रोल बमों को फेंक सकने वाली लोहे की भारी भरकम गुलेलें छत की मुंडेरों पर फिट की गई थीं. उस नेता ने सबसे पहले अपने स्कूल से सटे हुए एक हिन्दू के स्कूल को जलाकर राख करवाया और करीब 300 मीटर दूर स्थित शिव मन्दिर पर भी लोहे की गुलेलों से पत्थरों पेट्रोल बमों की बौछार क्राई.
उनकी रिपोर्ट यह भी बताती है कि शिव विहार इलाके के दंगे का मास्टर माइंड AAP का स्थानीय विधायक हाजी यूनुस ही है.
अभीतक दिल्ली के दंगे के जिम्मेदार जिन दंगाई मास्टर माइंडों के नाम तथ्यों साक्ष्यों के साथ उजागर हो रहे हैं उन सभी (अमानतुल्ला से हाजी यूनुस तक वाया ताहिर हुसैन) का संबंध दिल्ली में सत्तारुढ़ दल AAP से हैं. यह संयोग नहीं हो सकता. यह एक सुनियोजित संगठित समूहिक साजिश का स्पष्ट संकेत है. अतः इसका मुख्य जिम्मेदार केवल और केवल दिल्ली का मुख्यमंत्री केजरीवाल ही है. इसलिए केन्द्र सरकार को अपने विशेषाधिकार का प्रयोग कर दिल्ली में धारा 356 लागू कर के दिल्ली विधानसभा भंग कर देनी चाहिए और केजरीवाल को गिरफ्तार करना चाहिए.
शिव विहार इलाके के दंगे से संबंधित डॉक्टर मनीष कुमार की तीनों रिपोर्टों के लिंक कमेंट में दे रहा हूं.
अभीतक आपने जितने भी न्यूजचैनलों, यूट्यूब चैनलों की रिपोर्ट देखी होंगी उन सब में उसी स्थान से अपनी अपनी रिपोर्टें तैयार करते हुए कई मीडिया संस्थानों के एंकरों रिपोर्टरों कैमरामैनों के झुंड आपको दिखे होंगे, जिनके इर्दगिर्द पुलिस और सुरक्षा बलों के जवानों का घेरा भी दिखता है.
लेकिन डॉक्टर मनीष कुमार की रिपोर्टों में वो आपको अकेले ही दिखाई देंगे, मीडिया टीमों और पुलिस का सुरक्षा घेरा आपको नहीं दिखेगा.
किसी सुरक्षा घेरे में पूरा और खतरनाक सच जानना शायद संभव भी नहीं होता.
शिव विहार की रिपोर्ट
दुकानों को चिन्हित कर जलाने लूटने तथा AAP विधायक हाजी यूनुस के मास्टर माइंड होने का सच बताती रिपोर्ट.
अपने स्कूल की छत पर लोहे की भारी भरकम गुलेलें फिट करने तथा अपने बगल में स्थित हिन्दू के स्कूल को जला कर राख कर देने वाले AAP नेता की खूनी करतूत उजागर करती रिपोर्ट